हर साल Income Tax Return (ITR) भरना जितना जरूरी होता है, उतना ही जरूरी होता है उसे समय पर e-verify करना। ITR Filing 2025 के लिए सरकार ने नियमों में सख्ती करते हुए ये स्पष्ट कर दिया है कि अगर आपने अपना income tax return filing किया है, तो उसे 30 दिनों के अंदर e-verify करना जरूरी है। वरना आपको Notice, Interest और Penalty का सामना करना पड़ सकता है।
आइए जानते हैं ITR Filing 2025 इस नियम के पीछे का कारण, e-verification की प्रक्रिया, और क्या होगा अगर आप समय पर e-verify नहीं करते।
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https://www.incometax.gov.in/iec/foportal/help/e-filing-e-verify-your-return-faq
ITR FILING 2025 में E-Verification क्यों जरूरी है?
जब आप Income Tax Return ऑनलाइन भरते हैं, तो असल में वो तभी पूरा माना जाता है जब आप उसे e-verify करते हैं। यानी बिना e-verification के आपकी फाइलिंग अधूरी मानी जाती है। e-verify एक तरह से ये पुष्टि करता है कि जो जानकारी आपने भरी है वो आप ही के द्वारा है और वो सही है।
ITR Filing 2025 में सरकार ने इस प्रक्रिया को और अधिक सख्त बना दिया है ताकि टैक्स चोरी रोकी जा सके और समय पर डेटा वेरिफिकेशन हो सके।

E-Verification का समय सीमा: सिर्फ 30 दिन
पहले यह समय सीमा 120 दिन हुआ करती थी, लेकिन अब इसे घटाकर सिर्फ 30 दिन कर दिया गया है। यानी अगर आपने 10 जुलाई 2025 को ITR भरा है, तो आपको 9 अगस्त 2025 तक उसे e-verify कर देना होगा।
अगर आपने समय से verify नहीं किया, तो आपका ITR Filing 2025 रिटर्न अमान्य माना जा सकता है।
ITR e-Verify करने के तरीके
e-Verification के लिए आप नीचे दिए गए तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं:
तरीका | विवरण |
---|---|
OTP द्वारा Aadhaar से | सबसे आसान तरीका है OTP के माध्यम से आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आना |
Net Banking द्वारा | आप अपने बैंक के नेट बैंकिंग लॉगिन से लॉग इन करके e-verify कर सकते हैं |
Bank ATM द्वारा | कुछ बैंकों के ATM से भी e-verification के विकल्प उपलब्ध हैं |
Digital Signature Certificate (DSC) | खासकर कंपनियों या प्रोफेशनल्स के लिए ये तरीका जरूरी होता है |
ई-वेरिफिकेशन कोड (EVC) | बैंक अकाउंट या डिमैट अकाउंट से लिंक मोबाइल पर OTP प्राप्त कर सकते हैं |
E-Verify नहीं किया तो क्या होगा?
अगर आप ITR Filing 2025 के तहत 30 दिनों में verify नहीं करते, तो क्या हो सकता है:
- Return अमान्य हो सकता है: ऐसा माना जाएगा कि आपने रिटर्न फाइल ही नहीं किया है।
- Interest और Penalty: Late filing पर धारा 234A, 234B और 234C के तहत Interest लग सकता है।
- Processing नहीं होगी: Refund की processing नहीं हो पाएगी जब तक आप e-verify नहीं करते।
- IT Notice का खतरा: समय से verification नहीं होने पर आपको Income Tax Department से Notice मिल सकता है।
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ITR Filing 2025 में कब से गिने जाएंगे 30 दिन?
e-verification की 30 दिन की सीमा उस दिन से गिनी जाती है जिस दिन आपने ITR फाइल किया है।
उदाहरण:
अगर आपने ITR Filing 2025 फाइल किया 5 अगस्त 2025 को, तो 4 सितंबर 2025 तक verify करना जरूरी है।
क्या Paper से Verification भी Option है?
अगर आप e-verify नहीं करना चाहते तो आप CPC, Bengaluru को एक हस्ताक्षर किया हुआ ITR-V भेज सकते हैं। लेकिन अब यह तरीका बहुत सीमित हो गया है और e-verify को ही ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है।
जरूरी बातें जो आपको ध्यान रखनी चाहिए
- ITR Filing 2025 के अंतर्गत भरे गए सभी रिटर्न को 30 दिन के अंदर e-verify करना अनिवार्य है।
- बिना verification के आपका return मान्य नहीं होगा।
- e-verification बिल्कुल फ्री है और 5 मिनट से भी कम समय लेता है।
- मोबाइल नंबर, आधार और PAN आपस में लिंक होने चाहिए ताकि OTP आसानी से प्राप्त हो।
ITR Filing 2025 निष्कर्ष:
ITR Filing 2025 भरने के बाद अगर आप उसे verify करना भूल जाते हैं तो पूरी म्हणत बर्बाद हो सकती है।
ITR Filing 2025 को लेकर ये नया नियम बहुत जरूरी है, इसलिए रिटर्न भरने के तुरंत बाद e-verification कर लें। इससे आपको Penalty, Interest या Notice जैसे झंझटों से आप आसानी से बच सकते है।
अब चाहे आप salaried हों, फ्रीलांसर, व्यापारी या प्रोफेशनल – इस नियम का पालन करना सबके लिए जरूरी है।
अस्वीकरण
यह लेख केवल शैक्षिक और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई सभी जानकारियाँ विभिन्न स्रोतों और आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध डाटा के आधार पर प्रस्तुत की गई हैं। हम यह सलाह देते हैं कि आयकर रिटर्न दाखिल करने से पहले आप किसी पंजीकृत चार्टर्ड अकाउंटेंट या टैक्स विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। इसमें दी गई जानकारी में समय के अनुसार बदलाव हो सकते हैं, इसलिए नवीनतम अपडेट के लिए आयकर विभाग की वेबसाइट या अधिकृत स्त्रोत को रेफर करें।