भारत के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने जून तिमाही SBI Q1 Results 2025-26 के नतीजे जारी कर दिए हैं, और इस बार बैंक ने बाजार की उम्मीदों से भी ज्यादा शानदार प्रदर्शन किया है।
स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट (PAT) साल-दर-साल (YoY) 12% बढ़कर ₹19,160 करोड़ पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹17,035 करोड़ था।
SBI Q1 Results 2025-26 बाजार की उम्मीदों से आगे –
SBI ने इस तिमाही में न सिर्फ उम्मीदों को पार किया, बल्कि मजबूत मुनाफे से यह साफ कर दिया कि बैंकिंग सेक्टर में इसकी पकड़ कितनी मजबूत है।
माना जा रहा था कि PAT करीब ₹17,095 करोड़ रहेगा, लेकिन SBI ने ₹19,160 करोड़ के आंकड़े से मार्केट को चौंका दिया।
इस बढ़त में बैंक की Treasury Income का अहम योगदान रहा, जिसने पारंपरिक लोन-ब्याज इनकम की सुस्ती को कवर कर दिया।

नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में हल्की गिरावट–
हर बैंक की रीढ़ होती है उसकी नेट इंटरेस्ट इनकम — यानी लोन पर मिलने वाले ब्याज से होने वाली कमाई।
SBI की NII इस तिमाही में लगभग ₹41,072 करोड़ रही, जो पिछले साल से करीब 0.1% कम है।
हालांकि, यह मामूली गिरावट रही, और बैंक ने नॉन-लेंडिंग सोर्सेज से हुई कमाई से इसकी भरपाई कर ली।
Treasury Income बनी गेम-चेंजर–
Treasury Income का मतलब है बैंक की वो कमाई जो शेयर, बॉन्ड और अन्य इन्वेस्टमेंट्स से होती है।
इस बार SBI की Treasury Income तीन गुना से ज्यादा बढ़ी, जिसने कुल मुनाफे में तगड़ा बूस्ट दिया।
यह बढ़त इस तिमाही के सबसे बड़े पॉजिटिव फैक्टर्स में से एक रही।
ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 15.5% की उछाल–
SBI का Pre-Provision Operating Profit (PPOP) यानी वो मुनाफा जो लोन डिफॉल्ट या NPA के लिए रखे गए प्रावधान से पहले होता है,
इस तिमाही SBI Q1 Results 2025-26 में 15.5% बढ़कर ₹30,544 करोड़ पहुंच गया।
ये साफ संकेत है कि SBI का कोर ऑपरेशन काफी मजबूत हो रहा है।
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NPA में मामूली बढ़ोतरी–
हालांकि SBI Q1 Results 2025-26 मुनाफे में मजबूती आई, लेकिन बैंक के Gross NPA में हल्की सी बढ़त देखने को मिली।
Q1 FY26 में Gross NPA रेशियो 1.83% रहा, जो पिछले क्वार्टर के 1.82% से थोड़ा ज्यादा है।
यह बढ़ोतरी मामूली है, लेकिन बैंकिंग सेक्टर के लिए NPA पर नजर रखना हमेशा जरूरी होता है।

मार्केट रिएक्शन और निवेशकों का भरोसा–
SBI के SBI Q1 Results 2025-26 शानदार नतीजों के बाद मार्केट में बैंक के शेयर पर पॉजिटिव रिएक्शन देखने को मिल सकता है।
निवेशकों का भरोसा बढ़ना लाजमी है, क्योंकि यह लगातार चौथा क्वार्टर है जब SBI ने मुनाफे में दम दिखाया है।
मापदंड | Q1 FY26 (अप्रैल-जून) | बदलाव |
---|---|---|
स्टैंडअलोन PAT | ₹19,160 करोड़ | ↑ 12% YoY |
नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) | ₹41,072 करोड़ | ↓ 0.1% |
ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) | ₹30,544 करोड़ | ↑ 15.5% |
Treasury Income | तीन गुना बढ़त | मुनाफे में बड़ा योगदान |
Gross NPA Ratio | 1.83% | मामूली बढ़ोतरी |
SBI में निवेश करें या नहीं?-
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने SBI Q1 Results 2025-26 में जबरदस्त प्रदर्शन दिखाया है। बैंक का standalone PAT 12% बढ़कर ₹19,160 करोड़ तक पहुंच गया है, जो बाजार की उम्मीदों से बेहतर है। इसका मतलब ये है कि SBI की आर्थिक स्थिति मजबूत है और वह तेजी से बढ़ रहा है। SBI भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो लोगों के बीच भरोसेमंद और लोकप्रिय है।
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो SBI एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले आपको अपनी जोखिम क्षमता और बाजार की स्थिति को समझना जरूरी है। अगर आप निवेश में नए हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से बात करना बेहतर होगा।
कुल मिलाकर, SBI के हालिया नतीजों को देखते हुए, अभी SBI में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन हमेशा सोच-समझकर और सही जानकारी लेकर ही कदम उठाएं।
निष्कर्ष:
SBI Q1 Results 2025-26 रिजल्ट इस बात का सबूत हैं कि बैंक ने मार्केट की चुनौतियों के बावजूद खुद को मजबूत बनाए रखा है।
Treasury Income की शानदार ग्रोथ, स्थिर ऑपरेटिंग प्रॉफिट और बेहतर मैनेजमेंट ने बैंक को इस तिमाही का स्टार बना दिया है।
अगर आने वाले क्वार्टर्स में NPA कंट्रोल में रहता है और NII में सुधार होता है, तो SBI आने वाले समय में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।